गाजीपुर ।
ईद का त्यौहार परंपरागत ढंग से मनाया जा रहा है। गाज़ीपुर के पुराने ईदगाह में सुबह से ही चहल-पहल शुरू हो गई थी और नमाज़ का समय शुरू होते ही ईद की नमाज अदा की गई।
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जिला मुख्यालय के कोतवाली क्षेत्र के विशेश्वरगंज स्थित ईदगाह में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए और ठीक 9 बजे से ईद की पहली नमाज शुरू हो गई थी। यहां पर सुबह 8 बजे से लोगों का आना-जाना शुरू हो गया था।
गाज़ीपुर के शहरी और ग्रामीण इलाके में ईद की नमाज के बाद लोग आपस में मिलते देखे गए, इस अवसर पर सदर के सपा विधायक जय किशुन साहू समर्थकों के साथ ईदगाह के बाहर लोगो से मिलते जुलते और बधाई देते नज़र आए, वहीं समाजसेवी संगठनों और नेताओं ने शर्बत और चाय का स्टाल भी लगा रखा था।
इस अवसर पर सदर विधायक ने ईद की नमाज़ सड़क पर नहीं पढ़े जाने पर मुस्लिम समुदाय को धन्यवाद देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन सिर्फ हमारे यहां ही नहीं बिहार को छोड़कर पूरे देश में किया गया है, जो भाईचारे का प्रतीक है। आपको बताते चले कि रमजान महीने के 30 रोजा पूरे होने के बाद आज ईद का त्योहार उत्सव के रूप में मनाया जाता है। सोमवार को ईद का चांद नजर आया, जिसके बाद लोगों ने एक दूसरे को शुभकामनाएं दी और आज मंगलवार को पूरे देश में ईद मनाई गई।
इस अवसर पर बीजेपी नेता और प्रतिनिधि नगर पालिका परिषद चेयरमैन विनोद अग्रवाल भी ईद की बधाई देते नजर आए उन्होंने बताया कि नगरपालिका द्वारा साफ सफाई और पानी वगैरह का भरपूर इंतेजाम किया है।
ईद के त्यौहार को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह चौकस रहा। जिलाधिकारी के आदेश पर जनपद के सभी ईदगाह और मस्जिदों पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, सीओ सिटी ओजस्वी चावला, सिटी मजिस्ट्रेट प्रतिभा मिश्रा ने नमाज़ के समय उपस्थित रहकर लोगो को ईद की बधाई दी, शहर में कहीं भी रोड में ट्रैफिक जाम ना हो इसके लिए पुलिस की व्यवस्था की गई थी।
इसके साथ ही ईदगाह व मस्जिदों के बाहर भी पुलिस भारी संख्या में तैनात थी, पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने लोगो को ईद के साथ परशुराम जयंती की बधाई देते हुए कहा कि लोगो ने शांतिपूर्ण ढंग से त्योहारों को मना रहे हैं, एसपी ने बताया कि लोगो को पहले ही बता दिया गया था कि त्योहारों पर कोई भी धर्म की पूजा या नमाज़ परिसर के अंदर ही की जाएगी, और लोगो ने इसका पालन भी किया है, उन्होंने बताया कि नमाज़ में लोगो की संख्या ज्यादा होने पर नमाज़ एक बार से ज्यादा पढ़े जाने का प्रावधान किया गया है।