गाज़ीपुर ।
नागरी प्रचारिणी सभा के नए भवन में दुकान विवाद पर आया कोर्ट का फैसला।
नागरी प्रचारिणी सभा के भवन में दुकान नही, अब खुलेगा यूनियन बैंक का ATM
सभा के महामंत्री विनोद पांडेय बोले माननीय न्यायालय ने किया न्याय,
जनपद गाज़ीपुर में हिंदी व हिंदी साहित्य के उत्थान में नागरी प्रचारिणी सभा संस्था का नाम काफी पुराना और अग्रणी रहा है, और संस्था द्वारा हिंदी साहित्य के उत्थान की दिशा में कार्य पिछले कई दशकों से गाज़ीपुर की इकाई करती चली आ रही है ।
लेकिन तब ये सुर्खियों में और आ गयी थी, जब संस्था द्वारा शहर गाज़ीपुर के व्यस्ततम मिश्रबाजार स्थित, पुराने भवन को विगत दो तीन वर्षों पूर्व तोड़कर नया बनवाया गया, जो आप अपनी स्क्रीन पर भी देख रहे हैं ।
मामला भवन में किराएदारी से जुड़ा था, काफी रस्साकशी के बीच मामला थाना कोतवाली होते हुए, माननीय न्यायालय के सम्मुख पहुंच गया था, और अब संस्था के पदाधिकारियों का दावा है कि, इसमें फैसला नागरी प्रचारिणी सभा गाज़ीपुर के पक्ष में आया है, संस्था के महासचिव विनोद पांडेय ने 20 मई को नागरी प्रचारिणी सभा के नवनिर्मित भवन में इस बाबत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर, पूरी बात मीडिया को बताई और कहा कि, चूंकि संस्था के भवन की एक दुकान पर किसी ने केस किया था, जिस पर माननीय न्यायालय का फैसला आ गया है, जो संस्था की गरिमा के अनुरूप है, इसपर संस्था के महासचिव विनोद पांडेय ने न्यायालय के इस फैसले का दिल से आभार व्यक्त किया है ।