गाजीपुर।
स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय यातायात सुरक्षा अभियान के अंतर्गत जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को किया गया।
इस मौके पर पुलिस रामबदन सिंह ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यातायात नियमों की शुरुआत घर की चारदीवारी से बाहर कदम रखते ही हो जाती है। यातायात एवं परिवहन की शुरुआत पहिए के अविष्कार से प्रारंभ हो गई, लेकिन यह सिस्टम हम सब के लिए अब खतरा बनता जा रहा है। यातायात नियमों का पालन कर ही हम इसके खतरे को कम कर सकते है।
उन्होंने कहा कि एक आंकड़े के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 21000 से ज्यादा की मौत 18 से 45 आयु वर्ग के ऊर्जाशील युवकों की हुई है। कहा कि अपने शरीर एवं उसकी देखभाल की जिम्मेदारी स्वयं की है, इसके लिए यह आवश्यक है कि आप गंतव्य स्थान पर पहुंचने के समय की गणना व्यवहारिक एवं परिस्थितियों को ध्यान में रखकर करें ना कि किलोमीटर के आधार पर। इतनी इमरजेंसी नहीं हो सकती कि आप जीवन को ही दांव पर लगा दें। आप कानून को धोखा दे सकते हैं, लेकिन मौत को नहीं। यातायात नियमों का पालन नहीं करेंगे तो आप मौत को गले लगाएंगे। सरकार ने बचाव का 4 ई का सूत्र दिया है। यह एजुकेशन, इंजीनियरिंग, इमरजेंसी से होकर इंफोर्समेंट तक पहुंचता है। दुर्घटना के तुरंत बाद के एक घंटे का समय गोल्डन अवसर कहलाता है, जिसमें दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के लिए चिकित्सकीय सुविधा मिल जाए तो जीवन के बचने की आस बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने आपातकालीन दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराने वाले व्यक्ति को प्रोत्साहन राशि के रूप में 5000 रुपए इनाम की भी व्यवस्था की है। एसोसिएट प्रो. डा. विलोक सिंह ने भी छात्रों को यातायात नियमों की जानकारी देते हुए इसका पालन करने की अपील की। इससे पूर्व प्राचार्य प्रो. वीके राय ने पुलिस अधीक्षक को अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर सन्ने सिंह, डा. सतीश कुमार राय, डा. सुजीत कुमार, प्रवीण कुमार राय, प्रो. अवधेश नारायण राय, प्रो. राम नगीना सिंह यादव, प्रो. अजय राय सहित सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित थे। अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. वीरे राय तथा संचालन राजनीति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डा. कृष्णानंद चतुर्वेदी ने किया। अंत में प्रो. अजय कुमार राय ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।