गाजीपुर।
अतिप्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी के तत्वावधान में श्रीराम वन गमन की शोभा यात्रा शाम 8ः00 बजे से बाजे-गाजे के साथ दाऊ दयाल जी के मन्दिर , महाजन टोली , झुन्नू लाल चौराहा , परसपुरा , आमघाट , राजकीय महाविद्यालय , ददरी घाट चौराहा , महुआ बाग चौक तथा पहाड़खां पोखरा स्थित श्रीराम जानकी मन्दिर पर पहुँचकर सम्पन्न हुआ ।
आपको बताते चले कि श्रीराम ने पिता महाराज दशरथ के वचन को पूरा करने के लिए माता कैकेयी द्वारा किये गये वरदान को सहस स्वीकार करते हुए श्रीराम जी अयोध्या के राज को ठुकराकर अपनी भार्या सीता जी तथा भाई लक्ष्मण के साथ गुरू वशिष्ठ के आश्रम पहुंचकर उन्हे सासतान दण्डवत कर अयोध्या राज पर कृपा दृष्टि बनाये रखने का निवेदन करके रथ पर सवार होकर वन प्रदेश के लिए प्रस्थान करते है।
उनके रथ के पीछे पूरे अयोध्या वासी पैदल ही चल देते हैं। श्रीराम के मना करने पर नहीं मानते हैं, उनके विचार में एक ही बात रही जहां श्रीराम हैं वही अयोध्या नगरी है। वनवास के दृश्य को देखकर हर लोगों के आंखो से आंसू छलक उठता है ।
अतिप्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी की ओर श्रीराम के रथ को आकर्षक सजाया गया था तथा रास्ते पर भजन कीर्तन करते हुए श्रीराम को वन के लिए विदा किये। जिधर से राम का रथ निकलता था लोग अपने दरवाजे से तथा छत्तों से उनके उपर फूलों की वर्षा करते तथा उनकी रथ को रोकवाकर महिला पुरूष द्वारा भगवान श्रीराम की आरती करते रहते रहे।
इस अवसर पर मंत्री ओमप्रकाश तिवारी (बच्चा) , उप मंत्री लव कुमार त्रिवेदी , कोषाध्यक्ष रोहित कुमार अग्रवाल , प्रबंधक वीरेश राम वर्मा , उप प्रबंधक मयंक तिवारी , अजय कुमार पाठक , बाके तिवारी , योगेश कुमार वर्मा “एडवोकेट“, सरदार चरनजीत सिंह , मनोज तिवारी , वरूण कुमार अग्रवाल , रामसिंह यादव , राजकुमार शर्मा , कुशकुमार त्रिवेदी , विश्वम्भर गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे ।