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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय आदित्य नाथ योगी जी प्रदेश की लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था को न संभाल पाने और जनता में लगातार गिरती साख के कारण अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं यह बात समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अरुण श्रीवास्तव ने कही है ।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की विधानसभा में नेता विरोधी दल अखिलेश जी के खिलाफ मुख्यमंत्री माननीय योगी जी ने जिस तरह से अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया वह इस बात को साबित करने के लिए काफी है । यह बाते समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने आज यह बातें एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहीं है ।
उन्होंने कहा कि कानपुर देहात में पूरे प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में मां बेटी को जलाकर खाक करने और प्रयागराज में अधिवक्ता एवं पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के मुकदमे में मुख्य गवाह रहे उमेश पाल की सरेआम हुई हत्या से प्रदेश सरकार की अपराध के मामले में जीरो टालरेंस की नीति की पोल पूरी तरह से जनता के सामने खुल गयी है ।
योगी जी का कल विधानसभा में हुआ भाषण और इस्तेमाल की गयी भाषा “खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे”की कहावत को चरितार्थ कर रहा है ।
उन्होंने कल विधानसभा में बहस के दौरान मुख्यमंत्री योगी जी द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी के खिलाफ अमर्यादित , असंसदीय , अभद्र एवं तीखी भाषा का प्रयोग किये जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा समाजवादी पार्टी मुख्यमंत्री जी के इस रवैए और अपमानजनक व्यवहार को कत्तई बर्दाश्त नहीं क किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि अपनी नाकामी को छिपाने के लिए योगी जी लगातार उल्टे सीधे विपक्ष पर दोषारोपण कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी विपक्ष पर अपना गुस्सा उतारने के बजाय कानून व्यवस्था को संभालते , कानपुर देहात की घटना के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उमेश पाल के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का काम करते तो शायद ज्यादा अच्छा होता और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता और भी ज्यादा बढ़ती ।
उन्होने कहा कि माननीय योगी जी को लोकतान्त्रिक परम्पराओं , मर्यादा और लोकतांत्रिक भाषा का तनिक भी ज्ञान नहीं है अन्यथा जिस तरह की वह भाषा बोलते हैं और अलोकतांत्रिक कार्यप्रणाली अपना रक्खीं है वह पूरी तरह से लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है ।
संसदीय परम्पराओं और लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास न होने के कारण योगी जी द्वारा लगातार विपक्ष के नेताओं के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है तथा योगी जी द्वारा विपक्ष के खिलाफ बदले की भावना से कारवाई भी की जाती है ।
लोकतांत्रिक प्रणाली में विपक्ष का सम्मान करने और उनकी बात गंभीरता से सुनने की परम्परा रही है लेकिन मुख्यमंत्री योगी जी और भाजपा नेताओं के द्वारा इन परम्पराओं का कत्तई पालन नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी तरह से तानाशाही के रास्ते पर उतर आयी है। जनता उनके तानाशाही रवैया को कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगी। होने वाले उत्तर प्रदेश के नगर निकाय के चुनाव और 2024 लोकसभा के चुनाव में जनता भाजपा सरकार को पूरी तरह से उखाड़ फेंकेगी।