CBI ने दिल्ली शराब नीति घोटाले में गिरफ़्तार आरोपी की मदद करने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप में ED के अधिकारी और UDC समेत सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसमें दिल्ली के मशहूर होटल Claridges के CEO विक्रमादित्य भी शामिल हैं. सीबीआई ने ये मामला ED की स्पेशल डायरेक्टर सोनिया नारंग की शिकायत पर दर्ज किया है, जो HIU यूनिट की स्पेशल डायरेक्टर हैं.
सोनिया नारंग ने सीबीआई को दी शिकायत मे बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि कुछ लोग दिल्ली शराब नीति घोटाले में शामिल लोगों की मदद के नाम पर पैसे ले रहे हैं और ये पैसे सीनियर अधिकारियों के नाम पर लिये जा रहे हैं. इसी के बाद ED ने दिल्ली में चार और पांच जुलाई को अपने दो कर्मचारियों समेत 6 आरोपियों के ठिकाने पर छापेमारी की और एक आरोपी प्रवीण वत्स के घर से ₹2.14 करोड़ कैश, ₹1.9 करोड़ की ज्वैलरी और बैंक खाते में जमा ₹2.62 करोड़ जब्त किये, जो रिश्वत के तौर पर ली गयी रकम का हिस्सा थी.
ED के अधिकारियों ने इस छापेमारी के बाद आरोपियों के बयान लिये, जिससे पता चला कि ये पैसे शराब नीति घोटाले में गिरफ़्तार आरोपी अमन ढाल से लिये गये थे. अमन ढाल ने Hotel Clradiges के CEO विक्रमादित्य से ED के केस में मदद मांगी जिसके बाद विक्रमादित्य ने CA प्रवीण वत्स से संपर्क किया. प्रवीण अमन और उसके पिता बिरेंद्रपाल सिंह को भी जानता था क्योंकि वो के पिता से काम के सिलसिले में मिल चुका था. प्रवीण ने AirIndia में AGM के पद पर काम करने वाले दीपक सांगवान से इस बारे में बात की जिसने काम हो जाने का भरोसा दिलाया. इसके बाद दीपक ने प्रवीण वत्स की ED के असिस्टेंट डायरेक्टर पवन खत्री से मुलाकात भी करवायी.
पवन से मुलाक़ात के बाद प्रवीण को काम का भरोसा हुआ. जिसके बाद अमन से दिसंबर 2022 में ₹3 करोड़ रुपये लिये गये, जो ₹50 लाख की 6 किश्तों में दिये गये. इसके बाद दीपक ने प्रवीण को कहा कि अमन ढाल का नाम आरोपी के तौर पर हटा दिया जायेगा, अगर वो ₹2 करोड़ रूपये और देने को तैयार हो जाये. इसके बाद जनवरी 2023 में अमन ढाल ने अपने आदमी के जरिये ₹2 करोड़ चार किश्तों में प्रवीण वत्स के घर पहुंचाये.
प्रवीण ने ₹50 लाख की पहली एडवांस किश्त दीपक और पवन को वंसत विहार के होटल की पीछे बने पार्किग में दी लेकिन ED ने अमन ढाल को 1 मार्च 2023 को गिरफ़्तार कर लिया जिसके बाद प्रवीण ने दीपक सांगवान और ED के अधिकारी पवन खत्री से बात की. दोनों ने कहा कि वो इस मामले में कुछ नहीं कर पाये क्योंकि काफ़ी ऊपर से यानी सीनियर अधिकारी का आदेश था.
इसके बाद जून में दीपक और पवन को पता चला कि प्रवीण ने अमन के मामले में काफ़ी बड़ी रकम ली है जिसके बाद प्रवीण को पैसे लौटाने के लिये कहा और सभी आरोपियों ने जनपथ इलाके में मीटिंग की और उसके बाद 29 जून को प्रवीण ने Claridges Hotel के पास अमन के पिता बिरेंद्रपाल सिंह को ₹1 करोड़ वापिस किये. जब ये पैसे वापिस किये गये तब ED का अधिकारी पवन खत्री भी मौजूद था.
ED के ने सभी आरोपियों के बयान दर्ज किये जो सीनियर अधिकारी के नाम पर पैसे ले रहे थे. पवन खत्री ED की दिल्ली जोन यूनिट में तैनात है. एजेंसी ने छापेमारी के दौरान अहम सबूत बरामद किये जिसमें मीटिंग के सीसीटीवी भी है.