गाजीपुर ।
मुख्तार अंसारी के करीबियों में शुमार गणेश दत्त मिश्रा आये मीडिया के सामने
कहा मुख्तार अंसारी से मेरा कोई सम्बन्ध नहीं, द्वेष वस की जा रही है कार्रवाई
मऊ जिले में जिला प्रशासन द्वारा जिस जमीन पर कार्रवाई की जा रही है उस जमीन से कोई संबंध नहीं
सपा से चुनाव लड़ने की तैयारी से राजनीति द्वेष वस की जा रही है कार्रवाई
सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा चुनाव लड़ने की हरी झंडी देने के बाद की जा रही है कार्रवाई
ब्राह्मण होने के नाते की जा रही है कार्रवाई
शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा लगातार माफिया और भूमाफिया पर शिकंजा कसता जा रहा है। गाजीपुर और मऊ जिला समेत तमाम जगहों पर मुख्तार अंसारी और उनके करीबियों के खिलाफ लगातार जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
ताजा मामला मऊ जिले में मुख्तार अंसारी के करीबियों में शुमार गणेश दत्त मिश्र के प्रॉपर्टी पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है। जिसकी सूचना प्रॉपर्टी डीलर गणेश दत्त मिश्र को हुई तो वह गाजीपुर में मीडिया के सामने आ गए।
मीडिया से बातचीत के दौरान गणेश दत्त मिश्र ने कहा कि मेरा मुख्तार अंसारी से मेरा कोई संबंध नहीं है योगी सरकार लगातार ब्राह्मणों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है उन ब्राह्मणों में एक मैं भी ब्राह्मण हूं जो कहीं ना कहीं एल् आई की रिपोर्ट के माध्यम से जानकारी मिली है कि मैं समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने वाला हूं जिसकी इजाजत सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मऊ में भी गाजीपुर से चुनाव लड़ने को लेकर तैयारी करने के लिए कहा है।
जिसके बाद से योगी सरकार लगातार हमको टारगेट बनाई हुई है मऊ में जिस भूमि पर जिला प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की जा रही है वह भूमि न मेरी है और ना ही जिला प्रशासन कोई भी मेरे नाम से कागजात दिखा सकता है अगर है तो जिला प्रशासन मुझे दिखा दे मैं मान लूंगा लेकिन मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि उस जमीन से मेरा कोई लेना देना नहीं है ।
वही मुख्तार अंसारी के करीबी होने के सवाल पर कहा कि मुख्तार अंसारी से मेरा कोई संबंध नहीं है किस आधार पर लोग कहते हैं कि मेरा मुख्तार अंसारी से संबंध है अगर कोई प्रमाण है तो मुझे दिखाएं मुख्तार अंसारी से जैसे अफजाल अंसारी और उनके भाई शिबूतुउल्लाह अंसारी समेत 50 हजार लोगों के संबंध है वैसे ही संबंध हमारे भी हैं। लेकिन यह सरकार की नीति मुझे केवल बदनाम करने की है राजनीतिक साजिश के तहत यह काम किया जा रहा है।
बता दें कि गणेश दत्त मिश्रा के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा दिसंबर 2020 में मास्टर प्लान की अनदेखी कर छह मंजिला भवन बनाए जाने के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई थी ।