पिछली बार की तर्ज़ पर क्या तीन देवियां खिला पाएंगी कमल,
गाज़ीपुर की सात विधानसभा में बीजेपी ने घोषित किए 6 प्रत्याशी
जहूराबाद के लिए बीजेपी के तरकश में है कौन सा तीर है जो ढाहेगा राजभर का किला
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के अंतिम चरण 7 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ठीक एक महीना पहले कुल जनपद की कुल 7 में से 6 विधानसभाओं में अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं, किसी भी टिकट में कोई बदलाव न करते हुए तीनों विधायकों समेत जंगीपुर से मामूली अंतर से हारे रामनरेश कुशवाहा को भी बीजेपी ने प्रत्याशी बनाकर अटकलों पर विराम लगा दिया है ।
आपको बता दें 2017 विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के पास 3 अपने विधायक और दो सहयोगी रहे सुभसपा मिलाकर कुल 5 विधायक जीते थे और इस आंकड़े को फिर पाना बीजेपी के लिए एक चुनौती बनी हुई है, हालांकि बीजेपी नेताओं का जोश काफी हाई है, आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने सदर सीट से फिर से डॉ. संगीता बलवंत बिंद पर मोहर लगाकर एक बड़ी चुनौती स्वीकार की है क्योंकि गाजीपुर सदर सीट का मिथक है कि पांच दशक से यहां से कोई भी विधायक लगातार दो बार नहीं जीता है, ऐसे में डॉ. संगीता बलवंत के लिए यह मिथक तोड़ना चुनौती भरा मानते हैं जानकर।
आपको बता दें कि जंगीपुर से रामनरेश कुशवाहा, जखनिया (सु०) से रामराज बनवासी मुसहर, मोहम्मदाबाद से विधायक अलका राय को प्रत्याशी बनाया गया है। वही बीजेपी की पूर्व घोषित सूची के अनुसार सैदपुर (सु०) से सुभाष पासी बीजेपी के सिंबल से चुनाव लड़ेंगे और जमानिया की वर्तमान विधायक सुनीता सिंह भी कमल निशान पर ही चुनाव लड़ने जा रही हैं।
अब देखना है कि जहूराबाद से बीजेपी अपने तरकश से वो कौन सा तीर निकालती है, जो राजभर किले को भेद दे क्योंकि जहूराबाद की जीत बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के लिए भी काफी चुनौती पूर्ण माना जा रहा है।