गाजीपुर
विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे है वैसे वैसे सियासी गर्माहट बढ़ती जा रही है। राजनीतिक दलों के प्रत्याशियो का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप दौर भी चल रहा है।
ताजा मामला जमानिया विधानसभा से सपा गठबंधन प्रत्याशी व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने वर्तमान विधायक को अपना काश्तकार बताते हुए अपने आप को जमीदार बताया और इस बार उनकी जमानत जप्त करने की बात कहते हुए कहा कि जिले के सातों विधानसभा सीट पर बीजेपी का खाता नहीं खुलेगा।
वहीं उन्होंने बीजेपी को कटघरे में घेरते हुए कहा कि बीजेपी हमेशा मूल से भटकाव पर रहती है जब इस देश में बेकारी बेरोजगारी भ्रष्टाचार जो सबसे बड़ा मुद्दा है उस पर बहस नहीं कर रही है कब्रिस्तान और श्मशान की बात कर रही है कहा जाता है कि विपक्ष महिलाओं का शोषण करता है लेकिन बीजेपी बता दें कि इनके विधायक पर बलात्कार का आरोप लगता है भ्रष्टाचार का आरोप लगता है और विकास की बात करते हैं सच तो यही है कि उन्होंने कोई विकास नहीं किया है ।
वहीं उन्होंने क्षेत्रीय विधायक सुनीता सिंह पर हमला बोला और कहा कि पता नहीं यह गांव में कितनी बार आई होंगी और साल का इनको तीर करोड़ विधायक निधि मिली है लेकिन हम लोगों ने गांव का विकास किया है गांव का विकास ही क्षेत्र का विकास होता है हमने गांव के पलायन को रोककर शहर की तरह गांव को बनाने का प्रयास किया है ।
वह पत्रकारों ने सरकार के मुफ्त राशन आवास और एलपीजी देने की बात पर भड़के मंत्री ने कहा कि हम लोगों ने कई गांव में लोहिया आवास दिए भाई उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू मुस्लिम के बात करती है लेकिन हमारे साथ यहां पर बहुत सारे मुस्लिम समाज के लोग मौजूद हैं और हिंदू का प्रमाण पत्र हिंदू का टेंडर केवल भारतीय जनता पार्टी के पास ही है क्या।
वहीं उन्होंने विधायक सुमिता सिंह पर कहा कि इस बार के चुनाव में देवी जी का जमानत जप्त है और बीजेपी गाजीपुर के सभी सातों सीट हार रही है 300 बीघा जमीन बनाने पर बीजेपी विधायक सुमिता सिंह द्वारा जांच कराकर कार्रवाई करने की बात पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि अभी तक क्या सोई थी हमारे पास 300 बीघा हो या 600 बीघा हो हम उनके गांव का जमीदार रहे हैं और वह हमारी काश्तकार रही हैं ।