ग़ाज़ीपुर ।
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कामाख्या धाम में टेका मत्था।
माँ कामाख्या मंदिर में आधे घण्टे से ज्यादा रुक कर महामहिम ने की पूजा।
कहते हैं माँ कामाख्या के दरबार से कोई खाली हाथ नहीं जाता, बस सच्चे मन से मांगनी होती है मनौती।
चुनाव के ऐन पहले ज़मानियाँ और मोहम्दाबाद क्षेत्र के मंदिरों में पूजा करने से जिले की सियासत गर्म
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा गाज़ीपुर के 3 बार बीजेपी सांसद रहे हैं।
गाज़ीपुर जनपद से जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा जी का सदैव ही बड़ा लगाव रहा है आज दिन में वाराणसी से चंदौली होते जनपद की ज़मानियाँ विधानसभा के संस्कृति का प्रतीक और गंगा-जमुनी तहजीब की पहचान रखने वाले एशिया के सबसे बड़े फौजी गांव गहमर के सकराडीह पहुचे, और वहां मां कामाख्या का दर्शन कर विधिवत पूजा अर्चना की , आपको बता दें कि इस ऐतिहासिक मंदिर में सिकरवार वंशजों की कुल देवी माँ कामाख्या की स्थापना इस गांव में खानवा युद्ध 1526 के बाद सन 1530 में की गई है, और मान्यता है कि शक्ति स्वरूपा माता दुर्गा के दरबार में सच्चे व साफ मन से मत्था टेकने वाले कि इच्छा माँ कामाख्या देवी अवश्य पूरा करती हैं, माँ के भक्तों में जम्मू कश्मीर के एलजी के साथ यूपी, एमपी, बिहार, बंगाल और असम आदि के साथ विदेशों से एक से बढ़कर एक लोग मत्था टेकने समय समय पर आते हैं, और मनौती मांगते हैं, और वो पूरी भी होती है और मान्यता के अनुसार इसीलिए ये मंदिर वर्षो से सभी की आस्था का केंद्र बना हुआ है।
केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे मनोज सिंहा गाज़ीपुर से तीन बार सांसद रहे हैं और आजकल जम्मू कश्मीर में उपराज्यपाल के पद पर आसीन है, मनोज सिन्हा का ऐन विधान सभा चुनाव में जमानिया क्षेत्र के कामाख्या मंदिर में आना विपक्षियों के लिए थोड़ा बेचैनी का विषय जरूर है, क्योंकि आगामी 7 मार्च को गाजीपुर में यूपी विधानसभा चुनाव का मतदान होना है और गाजीपुर में मनोज सिन्हा जैसे बड़े नेता का आना, चर्चाओं का बाजार गर्म कर रहा है, हालांकि मंदिर सूत्रों की मानें तो मनोज सिन्हा का ये कार्यक्रम बेहद निजी था और वे क्षेत्र के अन्य प्राचीन मंदिरों में भी दर्शन करने जाएंगे, जो इस विधानसभा के साथ मोहम्दाबाद विधानसभा में पड़ता है, मंदिर सूत्रों के अनुसार उपराज्यपाल ने कामाख्या धाम में आधे घंटे से ज्यादा रुक कर विधिवत पूजा-अर्चना की और चढ़ावा भी चढ़ाया, इसके बाद वे मंदिर परिसर में ही अपने स्थानीय परिचितों से भी मिले और उनका कुशलक्षेम भी पूछा। फिलहाल संवैधानिक पद पर बैठे, मनोज सिन्हा का ऐन चुनावो से पहले जनपद में पुनः आना और अपने करीबी प्रत्याशियों के क्षेत्र में भ्रमण करने पर क्षेत्र में चर्चा खूब है, क्योंकि मौसम तो चुनावी है ही, लेकिन उपराज्यपाल ने अपने जारी प्रोटोकॉल के तहत ही पूजा पाठ किया।