अंतर्राष्ट्रीय

स्वामी विवेकानंद जी के पुण्यतिथि के अवसर पर कायस्थ महासभा ने माल्यापर्ण कार्यक्रम एवं गोष्ठी का आयोजन किया ।

 

गाज़ीपुर ।

आज दिनांक 4 जुलाई को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा गाजीपुर के तत्वाधान में भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के ध्वजवाहक वाहक स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि के अवसर पर विवेकानंद कॉलोनी स्थित विवेकानंद पार्क में माल्यार्पण कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी आयोजित हुई ।

इस गोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए महासभा के आज दिनांक 4जुलाई को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा गाजीपुर के तत्वाधान में भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के ध्वजवाहक वाहक स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि के अवसर पर विवेकानंद कॉज्ञलोनी स्थित विवेकानंद पार्क में माल्यार्पण कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी आयोजित हुई ।

इस गोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए महासभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव ने स्वामी विवेकानंद जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जी के विचार पुनः प्रासंगिक हो उठे हैं ।उनके विचार कल भी प्रासंगिक थे और आज भी प्रासंगिक है ।जब इस देश में जातिवाद और सांप्रदायिकता चरम सीमा पर है ऐसे दौर में स्वामी विवेकानंद जी के रास्ते पर चलकर ही देश में और सुख शांति स्थापित की जा सकती है । वह प्रखर राष्ट्रवादी थे । उन्होंने पूरे देश में हिन्दूत्व का झंडा बुलंद करने का काम किया था । वह भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का विश्वघोष करने वाले युवाओं के प्रेरणास्त्रोत थे । उन्होंने कहा था कि जागो , उठो और तब तक आगे बढ़ो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये । उनके बताए रास्ते पर चल कर देश के संस्कृति एवं सभ्यता की रक्षा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।

इस गोष्ठी में मुख्य रूप से महासभा के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव के साथ राष्ट्रीय सचिव अरूण कुमार श्रीवास्तव चुन्नू , श्री कान्त तिवारी एड ., चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव , अमरनाथ श्रीवास्तव सत्य प्रकाश श्रीवास्तव , नगर अध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव , अमर सिंह राठौर ,कौशल श्रीवास्तव, विजय प्रकाश श्रीवास्तव, शैल श्रीवास्तव ,गौरव श्रीवास्तव,,आदि उपस्थित थे । गोष्ठी का संचालन शैल श्रीवास्तव ने किया।प्रांतीय उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव ने स्वामी विवेकानंद जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जी के विचार पुनः प्रासंगिक हो उठे हैं ।उनके विचार कल भी प्रासंगिक थे और आज भी प्रासंगिक है ।जब इस देश में जातिवाद और सांप्रदायिकता चरम सीमा पर है ऐसे दौर में स्वामी विवेकानंद जी के रास्ते पर चलकर ही देश में और सुख शांति स्थापित की जा सकती है । वह प्रखर राष्ट्रवादी थे । उन्होंने पूरे देश में हिन्दूत्व का झंडा बुलंद करने का काम किया था । वह भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का विश्वघोष करने वाले युवाओं के प्रेरणास्त्रोत थे । उन्होंने कहा था कि जागो,उठो और तब तक आगे बढ़ो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये । उनके बताए रास्ते पर चल कर देश के संस्कृति एवं सभ्यता की रक्षा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
इस गोष्ठी में मुख्य रूप से महासभा के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव के साथ राष्ट्रीय सचिव अरूण कुमार श्रीवास्तव चुन्नू, श्री कान्त तिवारी एड., चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, अमरनाथ श्रीवास्तव सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव, अमर सिंह राठौर ,कौशल श्रीवास्तव, विजय प्रकाश श्रीवास्तव, शैल श्रीवास्तव ,गौरव श्रीवास्तव,,आदि उपस्थित थे । गोष्ठी का संचालन शैल श्रीवास्तव ने किया।

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