उत्तर प्रदेशराज्यस्वास्थ्य

ट्रामा सेंटर में डॉक्टर और मरीजों की जगह पर दिख रहा है सिर्फ दवा ।

ट्रामा सेंटर के संचालित नहीं होने पर गंभीर मरीजों को किया जाता है वाराणसी रेफर ।

 

ग़ाज़ीपुर ।

नेशनल हाइवे पर होने वाली दुर्घटनाओं में मृत्युदर में कमी लाने के लिए अत्याधुनिक ट्रामा सेंटर खोले जाने की सरकार की मंशा धराशायी हो गई है।

ट्रामा सेंटर के लिए भवन का निर्माण वर्ष 2018-21 में कराया गया। भवन मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने शासन से ट्रामा सेंटर के संचालन के लिए जरूरी सुविधाओं और जीवन रक्षक उपकरणों की मांग की। जिसमें अधिकतर जीवन रक्षक उपकरण मिल गए है, वहीं कई उपकरण के मांग के लिए शासन को पत्र भेजे गए है।

जबकि मैनपावर नहीं मिलने के कारण ट्रामा सेंटर जनपदवासियों के लिए केवल कागजी साबित हुआ। वही ट्रामा सेंटर के संचालित करने के लिए मेन पावर नहीं मिलने के कारण ट्रामा सेंटर को वेयरहाउस का गोदाम के रूप में तब्दील कर उसमें दवाई रखी जा रही हैं जबकि इस ट्रामा सेंटर को संचालित करने के लिए राजकीय मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य कई बार शासन को पत्र भी लिख चुके हैं।

 जनपद गाजीपुर का ट्रामा सेंटर है जो करीब 2 से 3 साल पूर्व करोड़ों रुपए की लागत से गंभीर मरीजों के लिए बनाया गया था लेकिन ट्रामा सेंटर के अंदर मरीज स्टाफ और डॉक्टरों की जगह पर पूरा सेंटर दवाओं से भरा पड़ा है और जिस स्ट्रेचर पर मरीज को आना चाहिए उस स्ट्रेचर पर दवाओं को रखकर ट्रामा सेंटर से अंदर और बाहर किया जा रहा है ।

ट्रामा सेंटर के अंदर जगह जगह नाथ स्टाफ रूम, डॉक्टर चैंबर , ऑपरेशन थिएटर आदि लिखा हुआ है। लेकिन सभी के अंदर दवा भंडारण किए गए हैं ।

इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में दो ट्रामा सेंटर है गोरा बाजार ट्रामा सेंटर जिसमें औषधि भंडार और किया गया है वह वेयरहाउस के तहत किया गया है वेयरहाउस के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से जमीन चिन्हित करने को लिखा गया है और जल्दी जमीन चयनित होकर उस पर कार्रवाई शुरू हो जाएगी तभी वह औषधि ट्रामा सेंटर को खाली कर पाएंगे उन्होंने बताया कि ट्रामा सेंटर मोहमदाबाद को संचालित करने के लिए जो मैनपावर की आवश्यकता है । उसके सापेक्ष में काफी कम डॉक्टरों की प्राप्ति हुई है जिसके चलते उसे शुरू कर पाना असंभव है मैन पावर के लिए शासन को लिखा गया है और उसकी पूर्ति होते हैं ट्रामा सेंटर को संचालित कर दिया जाएगा।

 वहीं इस दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आनंद मिश्रा ने बताया कि शासन से ट्रामा सेंटर को मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत संचालित करने के लिए निर्देश मिल गए हैं जिसको लेकर ट्रामा सेंटर का निरीक्षण भी कर चुके हैं और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कई बार पत्र भी लिख चुके हैं लेकिन ट्रामा सेंटर में वेयरहाउस का गोदाम बन जाने के कारण अभी इसमें देरी हो रही है जैसे ही वह मिल जाएगा आने वाले समय में उसे 30 बेड का ट्रामा सेंटर के रूप में संचालित कर दिया जाएगा।

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